नागपुर से अमरिका में हुआ लाइव नाटक स्वामी विवेकानंद का ऐसा भी रिकॉर्ड
January 19,2021नागपुर, १९ जनवरी - हालांकि कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन की स्थिति का परिणाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर भी हुआ है, लेकिन फिर भी कई गीतों के कार्यक्रम हर दिन फेसबुक पर लाइव किए जा रहे है. ऐसाी स्थिती में नाटक का लाइव प्रदर्शन करने का अनूठा प्रयोग पहली बार नागपुर से किया गया है. 'स्वामी विवेकानंद' यह दो घंटे का हिंदी नाटक १७ जनवरी को अमरिका में लाइव प्रदर्शित किया गया. इस प्रयोग की अमरिका दर्शकों ने सराहना की. शुभांगी भडभड़े द्वारा लिखित और सारिका पेंडसे द्वारा निर्देशित नाटक 'स्वामी विवेकानंद' के मई से जून २०२० तक अमरिका में लगभग दस प्रयोग आयोजित किए गए थे. नाटक पूरी तरह से तैयार था. २० कलाकारों के लिए यूएस वीजा, टिकट जारी किए गए थे. लेकिन, अचानक, पूरी दुनिया को कोरोना महामारी के संकट का सामना करना पड़ा और इस नाटक के सभी प्रयोगों को रद्द करना पड़ा. इससे अमरिका के दर्शक नाराज हो गए. इस स्थिति से उबरने के लिए अमरिका स्थित हेमा रचमाले ने लाइव स्ट्रीमिंग का विचार सामने रखा. तुषार गोखले और मिलिंद ओक की मदद से, इस अभिनव प्रयोग को करने की पहल राधिका क्रिएशन्स ने की. नाटक का लाइव शो १७ जनवरी २०२१ को रात ८ बजे पेश किया गया. जिस के लिए दो घंटे के इस नाटक की शूटिंग कैमरे के माध्यम से की गई. अमरिका में दर्शकों ने ऑनलाइन माध्यम से इस प्रयोग को उपस्थिति दर्शाई. दर्शकों की भारी मांग के बाद, इस नाटक की लिंक २४ जनवरी तक सक्रिय रखी गयी है.
इस लाइव नाटक में, साहिल पटवर्धन ने युवा
स्वामी विवेकानंद की भूमिका निभाई तथा युग पुरुष स्वामी विवेकानंद की
भूमिका में अनिल पालकर थे. दीपाली घोंगे, रोहिणी फाटक, जयंत पाठक, डॉ.
पीयूष वानखेडे, सौरभ मसराम, करिश्मा बोरखेड़े, शंतनू सोनी, अभिलाष भुसारी,
नचिकेत म्हैसालकर,निर्भय जोशी, कुमार राउत, दीपक भानारकर, राहुल महाजन,
रवि संगवई, शुभम सप्रे, शैलजा पिंगले, शंतनू मंगरुलकर, चेतन अहिरे, क्षितिज
भोगे, रौनक पलसापुरे, नीरज जमगड़े, तुषार मुकटे, श्रुति परांजपे, गौरी
जोशी, कुल ५० कलाकारों ने इस लाइव प्रयोग में भाग लिया था. 'स्वामी
विवेकानंद' इस नाटक का निर्माण संजय पेंडसे ने किया था. नेपथ्य सतीश पेंडसे
ने किया तथा संगीत रेवा पेंडसे ने दिया. प्रकाश योजना किशोर बत्तासे और
वेशभूषा बाबा खिरेकर की थी. ध्वनि संयोजन आभास पेंढारी, व्हीडियोग्राफी
मनोज पिदडी ने की. डॉ मंजुषा मार्डीकर, डॉ. मंजू जैन, अरुणा पुरोहित, निखिल मुंडले निर्माता थे.